10 Surah
नमाज के लिए कुरान शरीफ की आखरी 10 सूरते
नामाज़ (उर्दू: نماز) या सलाह (अरबी: صلوة), नमाज संस्कृति शब्द है, जो उर्दू में अरबी शब्द सलात का पर्याय है। कुरान शरीफ में सलात शब्द बार-बार आया है और प्रत्येक मुसलमान स्त्री और पुरुष को नमाज पढ़ने का आदेश ताकीद के साथ दिया गया है। इस्लाम के आरंभकाल से ही नमाज की प्रथा और उसे पढ़ने का आदेश है। यह मुसलमानों का बहुत बड़ा कर्तव्य है और इसे नियमपूर्वक पढ़ना पुण्य तथा त्याग देना पाप है
अस्सलामु अलैकुम,
मैंने बहुत से लोगो को देखा है जो कुरान शरीफ की आखरी 10 सूरते भी नहीं जानते जो अक्सर हर कोई नमाज पढने में काम में लेता है
बहुत से लोग है जो अरबी ठीक से नही पढ़ पाते है |||
तो में आप लोगो की खिदमत में कुरान शरीफ की आखरी 10 सूरत पेश कर रहा हूँ वो भी हिंदी में
रमजान शरीफ का महिना है इन्हें उन लोगो तक पहुंचाए जो अभी तक ये 10 सूरते नहीं जानते ताकि वो याद कर ले
मैंने इन्हें Image में कन्वर्ट कर दिया है,
Surah Feel In Hindi